Biography of B. D. Jatti
बी. डी. जट्टी
पूरा नाम: बसवानगूड़ दीवनायक जट्टी
जन्म: 10 सितंबर 1913
मृत्यु: 7 जुलाई 2002
बी. डी. जट्टी भारतीय गणराज्य के सातवें उपराष्ट्रपति रहे हैं। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के समय और उसके बाद भारतीय गणराज्य के संघर्षमयी प्रारंभ काल में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
जीवन की प्रारंभिक दिन:
बी. डी. जट्टी का जन्म 10 सितंबर 1913 को कर्नाटक के बसवानगूड़ जिले के हरपनहल्ली गांव में हुआ था।
उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के विशेष उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से प्राप्त की और फिर कर्नाटक सरकार के महाराजा कॉलेज सिरसी में अपनी शिक्षा जारी रखी।
उन्होंने कानून की पढ़ाई मद्रास विश्वविद्यालय से की और एक सफल वकील बने।
राजनीतिक करियर:
बी. डी. जट्टी ने कर्नाटक के विभिन्न राजनीतिक पदों पर कार्य किया, जैसे कि विधायिका सदस्य और मंत्री।
उन्होंने कर्नाटक विधायिका के उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया और कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष रहे।
1974 में, उन्होंने भारतीय गणराज्य के सातवें उपराष्ट्रपति के रूप में चुनाव में भाग लिया और चुने गए।
उनके उपराष्ट्रपति बनने के बाद, उन्होंने राष्ट्रपति वी. वी. गिरि के मृत्यु के बाद 1977 में राष्ट्रपति का कार्यभार संभाला।
उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति के रूप में:
उपराष्ट्रपति के रूप में, बी. डी. जट्टी ने भारतीय संविधान के महत्वपूर्ण कार्यों में सहमति दी, जैसे कि आपातकाल के दौरान उन्होंने अपने सहमति का इंकार नहीं किया।
उनके कार्यकाल के दौरान ही, उनका निधन हो गया था, जिसके बाद मोरारजी देसाई ने राष्ट्रपति का कार्यभार संभाला।
बी. डी. जट्टी को उनकी भारतीय गणराज्य के लिए सेवाएं देने के लिए सम्मानित किया जाता है और उनका योगदान भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण है।
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