Biography of Sarvepalli Radhakrishnan
सर्वपल्ली राधाकृष्णन
नाम: सर्वपल्ली राधाकृष्णन
जन्म: 5 सितंबर 1888
मृत्यु: 17 अप्रैल 1975
परिचय:
सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारतीय दर्शनिक, शिक्षाविद, और भारतीय गणराज्य के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति रहे। उन्होंने भारतीय संस्कृति और दर्शन को दुनियाभर में प्रस्तुत किया और उनका योगदान शिक्षा और दर्शन क्षेत्र में महत्वपूर्ण था।
जीवनी:
- सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को आंध्र प्रदेश के तिरुतनी गांव में हुआ था।
- उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मद्रास (चेन्नई) और तिरुपति के विश्वविद्यालय से प्राप्त की।
- फिर, वे अंग्रेजी, सांस्कृत, और फिलॉसफी में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त करने के लिए मैड्रिड विश्वविद्यालय, ऑक्सफ़र्ड विश्वविद्यालय, और कैलकट्टा विश्वविद्यालय गए।
- राधाकृष्णन ने कॉलेज और विश्वविद्यालयों में शिक्षक के रूप में कई वर्षों तक काम किया और उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान दिया।
- उन्होंने भारतीय दर्शन, विशेषकर वेदांत, के प्रति अपनी गहरी रुचि प्रकट की और उन्होंने इसे विश्वभर में प्रस्तुत किया।
- 1947 में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के बाद, उन्होंने भारतीय संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में भारतीय संघ के उपराष्ट्रपति रहे।
- 1962 में, वे भारतीय गणराज्य के दूसरे राष्ट्रपति बने और उनका कार्यकाल 1967 तक चला।
- सर्वपल्ली राधाकृष्णन का निधन 17 अप्रैल 1975 को हुआ, लेकिन उनके विचार और योगदान आज भी हमारे समाज और शिक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण हैं।
सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक अद्भुत दर्शनिक और विचारक थे, जिन्होंने भारतीय दर्शन और संस्कृति को विश्व के सामने प्रस्तुत किया और शिक्षा क्षेत्र में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए मान्यता प्राप्त की। उनके उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति के पदों पर उन्होंने भारतीय संविधान और शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव की प्रोत्साहित किए।
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